ऑल ऑर नन
जब कोई निवेशक “ऑल ऑर नन” (AON) ऑर्डर देता है, तो वह ब्रोकरेज को यह निर्देश दे रहा होता है: या तो पूरे ऑर्डर को पूरा करें या बिल्कुल न करें।
दूसरे शब्दों में, व्यापारी यह सुनिश्चित करना चाहता है कि ऑर्डर का कोई आंशिक निष्पादन न हो।
इस आदेश के तंत्र को समझने के लिए एक सरल उदाहरण पर विचार करें।
मान लीजिए, एक निवेशक 200 USD प्रति शेयर की कीमत पर Amazon के 300 शेयर खरीदना चाहता है। इसका अर्थ यह है कि वह चाहता है कि ऑर्डर तभी पूरा हो जब सभी 300 शेयर 200 USD पर उपलब्ध हों।
अब सवाल उठता है कि निवेशक इस प्रकार के ऑर्डर क्यों चुनते हैं। AON ऑर्डर विशेष रूप से कम व्यापारिक मात्रा वाले शेयरों के लिए उपयोगी होते हैं।